प्रभु से प्रेम करें

सितम्बर 5, 2020

आज के वेब सत्संग में संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने समझाया कि यदि हम प्रभु को पाना चाहते हैं, तो हमारे अंदर प्रभु के लिए एक निरंतर तड़प का होना ज़रूरी है। हम अपना सारा समय सांसारिक कार्यों में ही बिता देते हैं जिनसे हमें लगता है कि ख़ुशियाँ मिलेंगी, लेकिन हम कभी भी रुककर यह नहीं सोचते कि क्या हम अपने समय का सही इस्तेमाल कर रहे हैं।

संत-महापुरुष हमें समझाते हैं, महाराज जी ने फ़र्माया, कि इस जीवन का असली उद्देश्य है प्रभु को पाना। यह मानव जन्म हमें मिला एक दुर्लभ और सुनहरा अवसर है जिसमें हम प्रभु को जान सकते हैं, क्योंकि केवल इंसानी चोले में ही हमारे पास वो पदार्थ मौजूद हैं जो प्रभु को पाने के लिए हमें चाहियें। हमें अपने जीवन में प्रभु को प्राथमिकता देनी चाहिए, यह समझाते हुए महाराज जी ने सभी से आग्रह किया कि प्रभु की ओर ध्यान लगायें, ताकि हम अपने जीवन के उच्चतम लक्ष्य को पा सकें और अपनी आत्मा का मिलाप परमात्मा में करवा दें। प्रभु को पाने के लिए, हमें प्रभु के लिए प्रेम विकसित करना होगा। यह प्रेम तब बढ़ता जाता है जब हम ध्यानाभ्यास करते हैं और अंतर में प्रभु के प्रेम व प्रकाश का अनुभव करते हैं।