प्रेम की नींव

जुलाई 25, 2020

इस शनिवार, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने हमें प्रेम की उस नींव के बारे में याद दिलाया जिस पर हमें अपने जीवन का निर्माण करना चाहिए। हम सब एक-दूसरे से प्रेम करें, एक-दूसरे की सेवा करें, और अपने सभी मिलने वालों की सहायता करें; ताकि हमारे आसपास मौजूद कोई भी व्यक्ति ख़ुद को अकेला न महसूस करे, महाराज जी ने फ़र्माया। अफ्ऱीका की एक हृदयस्पर्शी कहानी की मदद से महाराज जी ने समझाया कि कैसे बाहरी भिन्नताओं के बावजूद, जब हम एक-दूसरे से प्रेम करना सीख लेते हैं, तो हम एक-दूसरे की ख़ुशियों में ख़ुश होना भी सीख जाते हैं।

दूसरों की सेवा करने की यह इच्छा तब पैदा होती है जब हम एक-दूसरे के साथ अपने संबंध को पहचान जाते हैं। ध्यानाभ्यास के द्वारा जब हम अंतर में प्रभु की ज्योति व श्रुति का अनुभव करते हैं, तो हम जान जाते हैं कि प्रभु का यही प्रकाश हमारे आसपास मौजूद सभी लोगों में चमक रहा है। धीरे-धीरे, हमारे अंदर से द्वैत का भाव ख़त्म हो जाता है, और हम सभी को अपना मानकर गले से लगा लेते हैं, और सभी की सेवा करने लगते हैं।