प्रेम देने से प्रेम मिलता है

नवम्बर 7, 2020

आज के अपने वेब प्रसारण में, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने बताया कि आध्यात्मिक मार्ग, प्रेम और सेवा का मार्ग है।

हम सब अपने जीवन में शांति और ख़ुशी चाहते हैं, जिसमें कोई भी दुख या परेशानी न हो, महाराज जी ने फ़र्माया। लेकिन हमारे सामने ऐसी चुनौतियाँ अवश्य आती हैं जो हमें या हमारे करीबियों को प्रभावित करती हैं, और उससे हमारे जीवन में हलचल पैदा हो जाती है। तो फिर ऐसे में हम शांत अवस्था में पहुँचने के लिए क्या करें? जब हम संतों-महापुरुषों के जीवन की ओर देखते हैं, तो हमें याद आती है कि प्रेम, सेवा और त्याग जानता है। प्रेम हमें देने, देने और देने के लिए प्रेरित करता है। जब हम प्यार की ख़ातिर दूसरों की सहायता करते हैं, तो हमारे अंदर ख़ुशियों के सोते फूट पड़ते हैं और हमारा जीवन शांति से भरपूर हो जाता है।

हमें अपने सभी साथी इंसानों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए, महाराज जी ने फ़र्माया। ऐसा तब होता है जब हम जान जाते हैं कि हम सब प्रभु-प्रेम के रेशमी धागों से एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। ऐसा तब होता है जब हम जीवन की सच्चाई के प्रति जागृत हो जाते हैं: कि हम असल में आत्मा हैं, कि हमारे भीतर मौजूद प्रभु का प्रकाश दूसरों के भीतर भी मौजूद है, और इस जीवन का उद्देश्य है प्रभु के प्रेम के धाम वापस पहुँचना। तब हम अपने आप ही लोगों के बोझ को कम करने और उनकी तकलीफ़ को दूर करने का प्रयास करते हैं। दूसरों को ख़ुशियाँ देने से हमारे अपने जीवन में भी ख़ुशियाँ आ जाती हैं और सारी हलचल ख़त्म हो जाती है। इस सबकी शुरुआत तब होती है जब हम ध्यानाभ्यास के द्वारा अंतर की यात्रा करते हैं।