संतों का मार्गदर्शन: दिल्ली में सत्संग

फ़रवरी 2, 2020

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने भारत में वर्ष 2020 का अपना पहला सत्संग इस शाम कृपाल बाग़ में फ़र्माया। मंच पर नववर्ष के स्लोगन – मेडीटेट प्लैन्टी इन 2020 – की पृष्ठभूमि के समक्ष बैठ, महाराज जी ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएँ दीं। फिर संत दर्शन सिंह जी महाराज के शेअरों और कबीर साहिब के दोहों की व्याख्या करते हुए महाराज जी ने आध्यात्मिक मार्ग के कुछ महत्त्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला, तथा सभी को संतों के असीम प्रेम और लगातार मार्गदर्शन व सुरक्षा की याद दिलाई।

 

अपने जीवन के हर पड़ाव पर हमें मदद और मार्गदर्शन की ज़रूरत होती है, महाराज जी ने फ़र्माया। इस दुनिया में जन्म लेने से लेकर इस दुनिया को छोड़कर चले जाने तक, हमें अपने माता-पिता, शिक्षकों, साथियों, पति-पत्नी, और अन्य लोगों का मार्गदर्शन चाहिए होता है। धीरे-धीरे, हमें दुनियावी रिश्तों के अस्थाई स्वभाव का एहसास हो जाता है, और हम ख़ुद को अकेला महसूस करने लगते हैं। केवल प्रभु ही हमारे सच्चे और स्थाई मित्र हैं, जो हर समय, हर क्षण हमारे साथ रहते हैं। प्रभु के अनंत प्रेम का अनुभव करने के लिए, संत राजिन्दर सिंह जी ने फ़र्माया, हमें एक पूर्ण सत्गुरु की मदद और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, जो हमें ध्यानाभ्यास की तकनीक सिखाकर प्रभु की ज्योति व श्रुति के साथ जोड़ दें। वे आंतरिक यात्रा के कदम-कदम पर हमारा मार्गदर्शन करते हैं, ताकि हम अपने सच्चे स्वरूप को जान सकें और प्रभु के साथ एकमेक होने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ सकें।