भरोसा रखें कि आप कर सकते हैं!

जुलाई 4, 2021

आज संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने समझाया कि सकारात्मक मनोदशा और रवैया रखने से हम अपने लक्ष्यों तक अवश्य पहुँच सकते हैं। अक्सर हमें केवल अपनी गलतियों और कमज़ोरियों की ओर ही ध्यान देना सिखाया जाता है। इससे हम ख़ुद पर ही संदेह करने लगते हैं और हम में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है। हमारे अंदर सवाल उठने लगते हैं कि क्या हम अपने लक्ष्यों को कभी हासिल भी कर पायेंगे या नहीं। मानवता के इतिहास में से चुनौतियों पर विजय पाने, जैसे कि यातायात, चिकित्सा, और टैक्नोलॉजी में हुए आविष्कार, के उदाहरण देते हुए महाराज जी ने समझाया कि अपने ध्यान को एकाग्र करने से और कड़ी मेहनत करने से हम जीवन में आने वाली चुनौतियों पर विजय पा सकते हैं।

अगर हम अपनी क्षमता पर भरोसा करते हैं और नियमित प्रयास करते हैं, तो हम अपने लक्ष्यों तक अवश्य पहुँच सकते हैं। लेकिन अगर हम केवल अपनी गलतियों और कमज़ोरियों की ओर ही ध्यान देते रहेंगे, तो हम अपने लक्ष्य की ओर पहला कदम उठाने से भी हिचकेंगे। किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए, हमें सकारात्मक रवैया अपनाना होगा, अपने प्रयासों में नियमित होना होगा, और अपने लक्ष्य की ओर ध्यान एकाग्र रखना होगा। आध्यात्मिक क्षेत्र में भी ऐसा ही है।

जब हमारे अंदर जीवन के अर्थ को लेकर सवाल उठने लगते हैं और हम जीवन के रहस्यों का हल पाना चाहते हैं, तो हम आध्यात्मिक खोज पर चल पड़ते हैं। अगर इस खोज में हमारा ध्यान अपनी आध्यात्मिक तरक्की के लक्ष्य पर एकाग्र रहे, अगर हम निरंतर और सच्चा प्रयास करते रहें, तथा सकारात्मक बने रहें, तो हम अवश्य ही सारे जवाब पा लेंगे, जो हमारे अंदर ही मौजूद हैं। ध्यानाभ्यास की प्रक्रिया के द्वारा हम अपने सच्चे आत्मिक स्वरूप का, तथा प्रभु की ज्योति व प्रेम का अनुभव कर पाते हैं। एक बार जब हम प्रभु की उपस्थिति का अनुभव कर लेते हैं, तो हमारा जीवन परिवर्तित हो जाता है और हमारी सारी मुश्किलें दूर हो जाती हैं। हम पल-पल बदलते बाहरी संसार में भी वो स्थिरता पा लेते हैं जिसकी हमें तलाश है, तथा हम आत्मविश्वास और दृढ़-संकल्प के साथ जीवन के उच्चतम उद्देश्य की ओर बढ़ते चले जाते हैं। इस सबकी शुरुआत होती है इस भरोसे के साथ कि हम अपने लक्ष्य तक अवश्य पहुँच सकते हैं।