जब जीवन आपको नींबू दे, तो शिकंजी बनायें

मई 1, 2021

मुश्किलें और उतार-चढ़ाव जीवन का एक हिस्सा हैं, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने फ़र्माया। जीवन में ऐसे कई मौके आते हैं जब हमें दुख और तकलीफ़ें सहनी पड़ती हैं, जो या तो हमारी अधूरी ख़्वाहिशों के कारण पैदा होती हैं या हमारे करीबियों से हमें मिलती हैं। लेकिन ये सब चुनौतियाँ, महाराज जी ने समझाया, इंसानी जीवन का हिस्सा हैं और हमारे नियंत्रण से बाहर हैं। जो चीज़ हमारे नियंत्रण में है, महाराज जी ने फ़र्माया, वो है कि हम इन चुनौतियों का सामना कैसे करते हैं। जहाँ हम में से कई लोग परिस्थिति की शिकायत और आलोचना करते हैं, या अफ़सोस करते रहते हैं, वहीं ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव से निपटने का एक और तरीका है। यह समझाते हुए महाराज जी ने अंग्रेज़ी का एक मुहावरा फ़र्माया: “When life gives you lemons, make lemonade.” (जब जीवन आपको नींबू दे, तो शिकंजी बनायें।)

इसके बजाय कि हम किसी मुश्किल को अपने जीवन में हलचल पैदा करने दें, हमें शांत रहना सीखना चाहिए, महाराज जी ने समझाया। शांत रहने से ही हम उस चुनौती का सामना सही तरीके से कर पायंगे। ऐसा करने से हम उस खट्टे नींबू को मीठी शिकंजी में तब्दील कर लेंगे। यह मिठास तब आती है जब हम अपना जीवन प्रेम से जीते हैं। प्रेम जीवन की मुश्किलों की खटास को दूर कर देता है। इस प्रेम का अनुभव हम तब कर पाते हैं जब हम ध्यानाभ्यास के द्वारा अंतर में जाते हैं।

जब हम अपने ध्यान को बाहरी दुनिया से हटाकर अंतर में एकाग्र करते हैं, तो हम प्रभु के प्रेम और प्रकाश के साथ जुड़ जाते हैं, और यह दिव्य प्रेम हमें वो अंदरूनी ताकत प्रदान करता है कि हम जीवन की चुनौतियों का सामना साहस के साथ कर पाते हैं। संत-महापुरुष समय-समय पर हमें याद दिलाते हैं कि जीवन के तूफ़ानों का सामना करने का तरीका है प्रभु में विश्वास रखना। जब हम ध्यानाभ्यास के द्वारा अंतर में जाते हैं, तो हम प्रभु के प्रेम का अनुभव करते हैं, तथा हमारा विश्वास और भी अधिक मज़बूत हो जाता है। जितना अधिक हम प्रभु में विश्वास रखेंगे, उतना ही अधिक हम अपना जीवन प्रेम से जियेंगे, और उतना ही अधिक हम जीवन की चुनौतियों में मिठास घोल पायेंगे। इस सबकी शुरुआत होती है ध्यानाभ्यास के साथ।