हम सब प्रभु की नज़रों में समान रूप से ख़ास हैं: लाइल, इलिनोई, में कार्यक्रम

जनवरी 23, 2020

इस शाम, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने हमें याद दिलाया कि हम प्रभु की संतान हैं, और इसीलिए, हम सब प्रभु की नज़रों में समान रूप से ख़ास हैं।

 

अपने अहंकार के कारण, हम समझने लगते हैं कि हम अपने आसपास के लोगों से अलग और बेहतर हैं। लेकिन प्रभु की नज़रों में हम सब एक समान हैं और प्रभु के एक ही परिवार के सदस्य हैं। हमें सबके साथ प्यार से मिल-जुलकर रहना चाहिए। इसकी कुंजी यह अनुभव करना है कि हम सब आपस में जुड़े हुए हैं। यह अनुभव तब होता है जब हम ध्यानाभ्यास करते हैं। ध्यानाभ्यास के द्वारा हम प्रभु के प्रेम के साथ जुड़ जाते हैं, जिससे हमें यह एहसास होता है कि हम शरीर नहीं हैं जो एक दिन नष्ट हो जाएगा, बल्कि हम असल में आत्मा हैं, जोकि अमर है।

 

अंतर में प्रभु की ज्योति व श्रुति के साथ जुड़ने से हमारी आत्मा पोषित होती है और हम समस्त एकता के स्रोत के साथ जुड़ जाते हैं, जिससे हमारे जीवन में शांति और सुकून आ जाता है। प्रभु के प्रेम का अनुभव करने से हम प्रभु में टिक जाते हैं, और इससे हमें एक संतुलन भरा जीवन जीने की स्थिरता मिलती है, तथा हम अपने जीवन में आने वाले तूफ़ानों से घबराते नहीं हैं।

 

महाराज जी ने समझाया कि जिस तरह एक बाग़ीचे के सभी फूल अपनी अलग-अलग सुंदरता और ख़ुश्बू के बावजूद ख़ास और एक समान होते हैं, उसी तरह हम भी अपनी बाहरी भिन्नताओं के बावजूद प्रभु की नज़रों में एक समान हैं।