हमें किस चीज़ के लिए प्रार्थना करनी चाहिए?

दिसम्बर 25, 2021

इस भौतिक संसार में जीते हुए, हर व्यक्ति प्रभु से कुछ न कुछ पाना चाहता है। हम हमेशा प्रभु से अपने लिए और अपने प्रियजनों के लिए सेहत व खुशियाँ, सांसारिक चीज़ें, या कोई अन्य चीज़ जिससे हमें लगता हो कि हमारी ज़िन्दगी बेहतर हो जाएगी, माँगने के लिए प्रार्थना करते रहते हैं। हम वो माँगते हैं जो हमें अपने सीमित ज्ञान, समझ, और दृष्टिकोण के अनुसार अपने लिए सही लगता है। लेकिन क्या हमें इन सब चीज़ों के लिए प्रार्थना करनी चाहिए?

संत हमें बताते हैं कि प्रभु हमारा अतीत, वर्तमान, और भविष्य, सबकुछ जानते हैं। इसीलिए प्रभु जानते हैं कि हमारे लिए क्या बेहतर है। प्रभु से हमें यही प्रार्थना करनी चाहिए कि हमारा जीवन उनकी रज़ा के मुताबिक चले, और यह कि हम प्रभु की रज़ा में खुश रहें।

जीवन के उच्चतम उद्देश्य को पूरा करने के लिए, हमें प्रार्थना करनी चाहिए कि हमारा ध्यान प्रभु की ओर लगा रहे ताकि हम बाहरी दुनिया के मायाजाल से खुद को मुक्त कर सकें। प्रभु हमारे भीतर ही हैं, और अगर हमें प्रभु की ओर ध्यान लगाना है, तो हमें ध्यानाभ्यास की विधि सीखनी होगी। जब हम अपना ध्यान बाहरी संसार के आकर्षणों से हटाकर, ध्यानाभ्यास के द्वारा आंतरिक रूहानी मंडलों में एकाग्र करते हैं, तो हमारी आत्मा उड़ान भरने लगती है। हम प्रभु के प्रेम व प्रकाश के साथ जुड़ जाते हैं, तथा दयालु, प्रेमपूर्ण, करुणामयी, और निस्वार्थ बन जाते हैं।

जब हम अपने जीवन में प्रभु की उपस्थिति को महसूस करने लगते हैं, तो हम अपने आसपास के लोगों में भी प्रभु का प्रकाश देखने लगते हैं। हम अपनी आंतरिक एकता को स्वीकार कर लेते हैं, और दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करने लगते हैं जैसा हम चाहते हैं कि वो हमारे साथ करें। प्रभु के साथ हमारा रिश्ता और भी गहरा हो जाता है, और हम अपने सच्चे घर वापस जाने की यात्रा पर तेज़ी से तरक्की करते जाते हैं।

हम सब प्रभु को पा सकते हैं, महाराज जी ने फ़र्माया, और हम सब अपने जीवन में शांति व खुशी ला सकते हैं। जिस चीज़ की ज़रूरत है वो है हमारी ओर से सच्ची लगन, और यह प्रार्थना कि हम प्रभु की रज़ा में जियें और उसे खुशी-खुशी स्वीकार करें।