संत हमारी सहायता कैसे करते हैं: आध्यात्मिक गुरु दिवस का सत्संग

जुलाई 25, 2021

आज, 64वें ग्लोबल मेडिटेशन इन प्लेस कार्यक्रम के दिन स्पिरिच्युअल मास्टर्स डे (आध्यात्मिक गुरु दिवस) भी था। संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने समझाया कि यह दिन उन सभी संतों-महापुरुषों को याद व सम्मानित करने तथा धन्यवाद देने के लिए है जो हमें हमारे सच्चे घर वापस ले जाने के लिए आज तक इस संसार में आए हैं। संत-महापुरुष सभी धर्मों में, सभी समय-कालों में, सभी संस्कृतियों में, और विश्व के अलग-अलग कोनों में आते रहे हैं, और उनका एक ही उद्देश्य रहा है: अपने समय के लोगों को प्रभु के साथ जुड़ने में मदद करना।

अपने जीवन के किसी न किसी मोड़ पर, जब हम जीवन की चुनौतियों और निराशाओं से तंग आ जाते हैं, तो हम इस भौतिक अस्तित्व से आगे भी कुछ ढूंढने लगते हैं। हम जीवन के रहस्यों का हल खोजने की तलाश पर निकल पड़ते हैं और यहीं से हमारी आध्यात्मिक तलाश की शुरुआत होती है। संत-महापुरुष हमारे अंदर की आध्यात्मिक भूख को मिटाने के लिए आते हैं; वे हमें ख़ुद को जानने में और प्रभु को जानने में सहायता करते हैं। भौतिक इंद्रियों के स्तर पर जीते हुए हम प्रभु का अनुभव नहीं कर पाते हैं, जोकि अति सूक्ष्म हैं। लेकिन हमें हमारे सच्चे स्वरूप की याद दिलाकर तथा हमें ध्यानाभ्यास की तकनीक सिखाकर, संत हमें हमारी आत्मा का अनुभव करने में मदद करते हैं, ताकि हम आत्मिक स्तर पर आकर प्रभु का अनुभव कर सकें। हम प्रभु के संरक्षण व मार्गदर्शन का अनुभव करते हैं, तथा देखने लगते हैं कि प्रभु का स्थिर हाथ हमारे जीवन के हर उतार-चढ़ाव में हमें सहारा दे रहा है। यह अनुभव होने से प्रभु के साथ हमारा रिश्ता मज़बूत होता जाता है, तथा हमारे अंदर सृष्टिकर्ता के लिए और समस्त सृष्टि के लिए प्रेम बढ़ता चला जाता है।