अपने समय का सदुपयोग करें

मार्च 12, 2022

इस भौतिक संसार में जीते हुए, हम इस दुनिया की चीज़ें इकट्ठा करने की कोशिशों में ही लगे रहते हैं: दौलत, नाम और शोहरत, तथा आर्थिक स्वतंत्रता। हमें लगता है कि इन सब चीज़ों से हमें खुशियाँ मिलेंगी। लेकिन इन सब भौतिक पदार्थों और उपलब्धियों से कहीं अधिक मूल्यवान एक चीज़ है, और वो है समय – एक ऐसी वस्तु जिसे खरीदा, रोका, या पकड़ा नहीं जा सकता है।

हम में से हरेक को इस धरती पर एक सीमित समय, एक सीमित आयु दी गई है, जिसे बढ़ाया नहीं जा सकता है। हर गुज़रते हुए सेकेंड के साथ, हम इस संसार को छोड़कर जाने के वक़्त के करीब आते जा रहे हैं। इसीलिए हमारे लिए बेहतर यही है कि हम खुद को मिले समय से पूरा-पूरा लाभ उठायें और उस उद्देश्य को पूरा करें जिसके लिए हमें यहाँ भेजा गया है – खुद को आत्मा के रूप में जानना और अपनी आत्मा का मिलाप परमात्मा में करवाना।

हर दिन हमें मिलने वाले 24 घंटों में से हम कुछ घंटे अपनी शारीरिक ज़रूरतों को पूरा करने में लगाते हैं। संत-महापुरुष हमें समझाते हैं कि हम निरीक्षण और सोच-विचार करें कि हम रोज़ाना अपना बाकी बचा समय कैसे बिताते हैं। अगर हम अपना सारा समय केवल दुनियावी कार्यों में ही लगा देंगे, तो हम सबसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्र – आध्यात्मिक क्षेत्र – में तरक्की नहीं कर पायेंगे। हमें अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए। हमें रोज़ाना ध्यान में बैठने के लिए समय और प्रयास देना चाहिए, ताकि हम प्रभु के प्रेम व प्रकाश के साथ जुड़ सकें, जिससे हमारी आत्मा पोषित होती है और आंतरिक मंडलों में आगे बढ़ती जाती है। ऐसा करने से ही हम उन असली खज़ानों के साथ जुड़ पायेंगे जो हमारे भीतर मौजूद हैं।

हम सब यहाँ प्रभु को जानने के लिए आए हैं। सवाल केवल यह है कि हम अपना ध्यान कहाँ लगाते हैं और अपने समय का कैसे उपयोग करते हैं। दुनिया के अन्य कार्यों की तरह ही, आध्यात्मिक मार्ग पर तरक्की करने के लिए भी हमें सच्ची लगन और कड़ी मेहनत की ज़रूरत है। जब हम समय लगाते हैं, तो हम अपनी मंज़िल तक अवश्य पहुँच जाते हैं।