जीवन की चुनौतियों के बीच ख़ुशियों का अनुभव करना

दिसम्बर 26, 2020

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने समझाया कि हम कैसे इस साल, जो दुनिया भर के लोगों के लिए मुश्किलें लेकर आया है, के दौरान भी ख़ुशी और शांति का अनुभव कर सकते हैं। जो ख़ुशी और शांति हम ढूंढ रहे हैं, वो बाहरी संसार में नहीं है, बल्कि उन रूहानी मंडलों में है जिनमें हम ध्यानाभ्यास के द्वारा जा सकते हैं। ये रूहानी मंडल बेहद विशाल हैं तथा प्रभु के प्रेम, प्रकाश और आनंद से भरपूर हैं।

जब हम अपना ध्यान अंदरूनी आँख पर एकाग्र करते हैं, जोकि आंतरिक मंडलों का प्रवेशद्वार है, तो हमारी आत्मा उड़ान भरती है, महाराज जी ने फ़र्माया। जब हम अंतर में यात्रा करते हैं, तो हमें मानव चोले के बारे में तथा दुख-दर्द की जड़ के बारे में सही समझ आ जाती है। यह जानकारी होने से हम अपना जीवन सही तरीके से बिताने लगते हैं, ताकि हम अपने जीवन के सच्चे उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में कदम उठा सकें।

संत राजिन्दर सिंह जी ने फ़र्माया कि रोज़ाना नियमित रूप से ध्यानाभ्यास करने से हम अपने अंतर में अनंत ख़ुशियों व आनंद के साथ जुड़ जाते हैं। तब हम ध्यानाभ्यास से बाहर आने के बाद भी खुशियों का अनुभव कर पायेंगे, चाहे हम बाहरी जीवन में किसी भी चुनौती का सामना क्यों न कर रहे हों।