2021 के लिए ब्लूप्रिन्ट

नए साल में जब हम सोचते हैं कि हम अपने जीवन को बेहतर कैसे बना सकते हैं, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने हमें एक ब्लूप्रिन्ट दिया ताकि हम वैसा जीवन जी सकें जैसा प्रभु चाहते हैं कि हम जियें। हमारा जीवन प्रेम पर केंद्रित होना चाहिए – प्रभु के लिए प्रेम और अपने साथी इंसानों के लिए प्रेम, महाराज जी ने फ़र्माया। इस सबकी शुरुआत तब होती है जब हम ध्यानाभ्यास के द्वारा प्रभु के प्रेम का अनुभव करते हैं।
जब हम अपने ध्यान को बाहरी संसार से हटाकर अंतर में एकाग्र करते हैं, तो हम खुशियों व आनंद से भरपूर हो जाते हैं। हम दूसरों के लिए सेवा से भरपूर जीवन जीने को प्रेरित होते हैं और सबको प्रभु के एक ही परिवार का सदस्य मानकर गले से लगा लेते हैं।
हम असल में आत्मा हैं, का अंश होने के नाते हमारी आत्मा के से भरपूर है। उसका अस्तित्व उन दीवारों व सीमाओं से परे है जो हम अपने शरीर, मन, और बुद्धि पर लगाते हैं। जब हम आत्मा के स्तर पर जीने लगते हैं, तो हम अलगाव की दीवारों से ऊपर उठकर सबको गले से लगा लेते हैं। हम सच्चाई, अहिंसा, निष्काम सेवा, करुणा, और नम्रता के दिव्य सद्गुणों का विकास कर पाते हैं, तथा वैसा जीवन जी पाते हैं जैसा प्रभु चाहते हैं कि हम जियें।
जब हम ध्यानाभ्यास के द्वारा अपने ध्यान को अंतर में एकाग्र करते हैं, तभी हम अपने सच्चे स्वरूप को जान पाते हैं और प्रभु के प्रेम का अनुभव करने लगते हैं। प्रभु के प्रेम का अनुभव करने से ही हम वो प्रेम दूसरों में भी बाँट पाते हैं, तथा जब हम वो प्रेम बाँटते हैं और सभी दीवारों से ऊपर उठ जाते हैं, तभी हम सही मायनों में इंसान बन पाते हैं।