विश्वास हमें पार लगाता है

मई 8, 2021

आज ऑनलाइन श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने इस चुनौतीपूर्ण समय की बात की जिससे सारा विश्व गुज़र रहा है। उन्होंने समझाया कि हालातों का सामना करने की शक्ति व साहस हम कहाँ से और कैसे प्राप्त कर सकते हैं।

हम एक ऐसे समय में जी रहे हैं जो दर्द और तकलीफ़ों से भरा हुआ है, महाराज जी ने फ़र्माया, जिसमें विश्व भर में फैली महामारी से बहुत सारे लोग प्रभावित हुए हैं। यह एक ऐसा समय है जिसमें हमारे कई प्रियजन हमें छोड़कर चले गए हैं, कई गंभीर अवस्था में हैं, और कई अन्य लोगों को वो देखरेख नहीं मिल पा रही है जिसकी उन्हें ज़रूरत है। जब जीवन मुश्किलों और दुख-तकलीफ़ों से भर जाए, तो हम आगे बढ़ते रहने की ताकत कहाँ से जुटा सकते हैं? इतिहास से ऐसी ही अन्य घटनाओं का उदाहरण देते हुए महाराज जी ने सभी को याद दिलाया कि ऐसा समय हमेशा-हमेशा के लिए नहीं रहता और this too shall pass (यह भी गुज़र जाएगा)।

कठिनाइयाँ हमारे जीवन में आती अवश्य हैं, लेकिन वो चली भी जाती हैं, संत राजिन्दर सिंह जी ने समझाया। इन मुश्किलों का सामना करने की ताकत पाने के लिए, हमें प्रभु में दृढ़ विश्वास होना ज़रूरी है, जोकि इस सृष्टि की सबसे बड़ी शक्ति हैं। जो लोग प्रभु में विश्वास रखते हैं, वो प्रभु के प्रेम में दृढ़ता से सहारा लिए रहते हैं। प्रभु को जानने और उनका अनुभव करने के लिए हमें अंतर्मुख होना होगा। ऐसा ध्यानाभ्यास की प्रक्रिया द्वारा संभव है, जिसमें हम अपने ध्यान को बाहरी दुनिया से हटाकर अंतर में एकाग्र करते हैं। जब हम ऐसा करते हैं, तो हम आंतरिक यात्रा पर जा पाते हैं और प्रभु के दिव्य प्रेम के साथ जुड़ जाते हैं, जो अंतर में हमारी प्रतीक्षा कर रहा है। जब हम प्रभु के असीम प्रेम और आनंद के साथ जुड़ जाते हैं, तो हम इस भौतिक संसार के तूफ़ानों को सहने की ताकत प्राप्त कर लेते हैं।