शुक्रिया, प्रभु: फ़ादर्स डे का सत्संग

जून 20, 2021

जून के तीसरे रविवार को, जबकि अनेक देशों में फ़ादर्स डे (पिता दिवस) मनाया जाता है, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने शुक्राने के विषय पर सत्संग फ़र्माया; शुक्राना हमारे शारीरिक पिता के लिए और हमारे आत्मिक पिता, प्रभु, के लिए।

वैश्विक श्रोताओं को फ़ादर्स डे की शुभकामनाएँ देते हुए, महाराज जी ने फ़र्माया कि इस दिन हम अपने शारीरिक पिता, दादा, और नाना का सम्मान करते हैं। इस दिन हम उन हस्तियों को धन्यवाद देते हैं जो हमें इस दुनिया में लाए और जिन्होंने हमें इस दुनिया के तौर-तरीके सिखाए। इस दिन हमें अपने आत्मिक पिता, प्रभु, का भी शुक्राना करना चाहिए जिन्होंने सबकुछ बनाया है, महाराज जी ने फ़र्माया।

हम प्रभु की ओर तथा प्रभु की दी हुई देनों की ओर कभी-कभार ही ध्यान देते हैं। हम प्रभु के बारे में तभी सोचते हैं जब हमें कोई ज़रूरत होती है, या हम कोई सांसारिक चीज़ चाहते हैं। लेकिन हम रुककर अपने जीवन में प्रभु की दया को पहचानने और उनका शुक्राना करने के लिए कम ही समय निकालते हैं। प्रभु के लिए हमारा प्रेम केवल उस महान् प्रेम का प्रतिबिंब भर है जो प्रभु हमसे करते हैं। जैसे-जैसे प्रभु के लिए हमारी कृतज्ञता और प्रेम बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे हम प्रभु को पाने की यात्रा पर आगे बढ़ते जाते हैं। इस फ़ादर्स डे पर, हमें अपने शारीरिक पिता और अपने आत्मिक पिता, दोनों का सम्मान करना चाहिए। हमें ध्यानाभ्यास के द्वारा अपने ध्यान को प्रभु पर एकाग्र करना चाहिए तथा आंतरिक आध्यात्मिक यात्रा पर जाना चाहिए, महाराज जी ने फ़र्माया।