जीवन को सही तरीके से जीना

अगस्त 14, 2021

आज के अपने ऑनलाइन सत्संग में, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने समझाया कि हमें कैसा जीवन जीना चाहिए ताकि हम उस उद्देश्य को पूरा कर सकें जिसके लिए हमें यह मानव चोला दिया गया है।

हमारी आत्मा को अपने स्रोत, परमात्मा, से बिछुड़े हुए कई युग बीत चुके हैं। प्रभु के पास वापस जाने के लिए उसे इस भौतिक संसार के बंधनों से आज़ाद होना होगा। ऐसा संभव होने के लिए हमें प्रेम, नम्रता, सच्चाई, दयालुता, अहिंसा, और करुणा जैसे नैतिक सद्गुणों से भरपूर जीवन जीना होगा। अपने अहंकार पर काबू पाते हुए, हमें अपने साथी इंसानों की निस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए, तथा दूसरों के जीवन में ख़ुशियाँ लाने का प्रयास करना चाहिए।

जब जीवन हमारे मुताबिक न जा रहा हो, तो हमें क्रोध से काम न लेते हुए दूसरों पर दोष लगाने से बचना चाहिए। ऐसा व्यवहार हमारे लिए और दूसरों के लिए हलचल पैदा करता है, तथा हमारी स्थिति में कोई सुधार नहीं लाता है। क्या सही नहीं चल रहा है, इन विचारों से ख़ुद को संसार से बाँधने के बजाय, हमें अपनी परिस्थितियों को शुक्राने के भाव के साथ स्वीकार करना चाहिए, यह जानते हुए कि हमारे जीवन में जो कुछ भी हो रहा है वो प्रभु की रज़ा से ही हो रहा है। ऐसा तब होता है जब हम ध्यानाभ्यास के द्वारा प्रभु के प्रेम का अनुभव करते हैं और जीवन की सच्चाई को जान जाते हैं। जब हम ऐसा जीवन जीने लगते हैं, तो हम आध्यात्मिक मार्ग पर तरक्की करने लगते हैं और अपनी आत्मा का मिलाप परमात्मा में करवा लेते हैं।